सचल सरमस्त वाक्य
उच्चारण: [ sechel sermest ]
उदाहरण वाक्य
- अठारहवीं सदी के मस्त फ़कीर सचल सरमस्त का यह दोहा कितना बढ़िया है-
- शाह अब्दुल लतीफ़, सचल सरमस्त, रूमी और फि़रदौसी भी. लड़काना, शिकारपुर और सख्खर का छोटा-मोटा इतिहा स.
- अमीर खुसरो, बाबा बुल्ले शाह, बाबा फरीद, ख्वाजा गुलाम फरीद, हजरत सुल्तान बाहू, सचल सरमस्त और वारिस शाह।
- सिंधी के सचल सरमस्त (1739-1829) भी आडंबरों के वैसे ही विरोधी थे जैसे हिंदी के कबीरदास (1398-1518).
- ' काफ़ी' क़व्वाली का वह प्रकार है जो पंजाबी, सेरैकी या सिंधी में लिखा जाता है और जिसका अंदाज़-ए-बयाँ शाह हुसैन, बुल्ले शाह और सचल सरमस्त जैसे कवियों के शैली का होता है।
- ' काफ़ी ' क़व्वाली का वह प्रकार है जो पंजाबी, सेरैकी या सिंधी में लिखा जाता है और जिसका अंदाज़-ए-बयाँ शाह हुसैन, बुल्ले शाह और सचल सरमस्त जैसे कवियों के शैली का होता है।
- “ बाबा ” के समकालीन कई सारे जानेमाने सूफ़ी और उर्दू कवि थे, जिनमें “ वारिश शाह ” (हीर-रांझा के रचयिता), सचल सरमस्त (वास्तविक नाम-अब्दुल वहद) और “ मीर तकी मीर ” के नाम सबसे ऊपर आते हैं।
- वे कबीर, मीरा, सूरदास, गुरू नानक, शेख फरीद, बुल्लेशाह, अब्दुल लतीफ, सामी, सचल सरमस्त के अतिरिक्त भारत के अनेक महान कवियों और दरवेशों के दोहों और भजनों और राजा विक्रमादित्य, राजा हरीशचंद्र, भक्त ध्रुव और भक्त प्रहलाद आदि की गाथाओं को अपनी मधुर और खनकती हुई आवाज़ में गाते थे।
- वे कबीर, मीरा, सूरदास, गुरू नानक, शेख फरीद, बुल्लेशाह, अब्दुल लतीफ, सामी, सचल सरमस्त के अतिरिक्त भारत के अनेक महान कवियों और दरवेशों के दोहों और भजनों और राजा विक्रमादित्य, राजा हरीशचंद्र, भक्त ध्रुव और भक्त प्रहलाद आदि की गाथाओं को अपनी मधुर और खनकती हुई आवाज़ में गाते थे।
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